प्रेस वार्ताः किसी राजनीतिक पार्टी की विरासत नहीं योग

दलगत राजनीति से उठकर करें योग:स्वामी जी महाराज देहरादून (उत्तराखण्ड)। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि योग किसी राजनीतिक पार्टी की विरासत नहीं है, इसलिए योग पर सियासत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी दलों से आह्वान किया कि दलगत राजनीतिक से ऊपर उठकर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में प्रतिभाग करें। यह कार्यक्रम सरकार का नहीं है, बल्कि सामाजिक संस्थाओं का है। इसमें सरकार पूर्ण सहयोग कर रही है। बताया कि पतंजलि योग समिति के माध्यम से देश के पाँच हजार स्थानों पर योग दिवस मनाया जाएगा। बीआर आंबेडकर स्टेडियम…

दलगत राजनीति से उठकर करें योग:स्वामी जी महाराज

देहरादून (उत्तराखण्ड)। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि योग किसी राजनीतिक पार्टी की विरासत नहीं है, इसलिए योग पर सियासत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी दलों से आह्वान किया कि दलगत राजनीतिक से ऊपर उठकर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में प्रतिभाग करें। यह कार्यक्रम सरकार का नहीं है, बल्कि सामाजिक संस्थाओं का है। इसमें सरकार पूर्ण सहयोग कर रही है। बताया कि पतंजलि योग समिति के माध्यम से देश के पाँच हजार स्थानों पर योग दिवस मनाया जाएगा। बीआर आंबेडकर स्टेडियम में हुई प्रेसवार्ता में श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने कहा कि पहली बार उत्तराखण्ड को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की मेजबानी का मौका मिला है। दिल्ली, चण्डीगढ़, लखनऊ के बाद चैथा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को दून में मनाया जा रहा है, जिसमें पीएम मोदी भी शामिल होंगे। कहा कि पीएम के ही प्रयासों से योग को विश्व स्तर पर पहचान मिली है। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने बताया कि वे 21 जून को दून के कार्यक्रम में शािमल नहीं हो पाएंगे, उन्हंे कोटा के कार्यक्रम में हिस्सा लेना है, जिसमें ढाई से तीन लाख लोग हिस्सा लेंगे। बताया कि कार्यक्रम सफल बनाने के लिए 100 स्थान चिह्नित किए गये हैं, जहां योग सिखाया जाएगा, ताकि योग दिवस पर 50 हजार से अधिक लोग एक साथ योग कर सकें। -साभारः अमर उजाला

Related Posts

Advertisement

Latest News

कुंभ मेला: आस्था, विश्वास और संस्कृतियों का संगम कुंभ मेला: आस्था, विश्वास और संस्कृतियों का संगम
      कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजनों में से एक है, इसे दुनिया का सबसे बड़ा
एजुकेशन फॉर लीडरशिप का शंखनाद
स्थापना दिवस: 30 वर्ष पूर्ण होने पर पतंजलि का संकल्प योग क्रांति के बाद अब पंच क्रांतियों का शंखनाद: प.पू.स्वामी जी
उपलब्धियां: शिक्षा में सनातन, संस्कृतिक विरासत के साथ राजनीतिक व आर्थिक भाव जरूर हो: प.पूज्य स्वामी जी
सम्मान समारोह: भारतीय ज्ञान परंपरा की संवाहक हैं भारतीय  शिक्षा बोर्ड की हिंदी की पाठ्य पुस्तकें - प्रो. राम दरश मिश्र
जनाक्रोश रैलीः बांग्लादेशी हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार केविरोध में जनाक्रोश रैली में प.पू.स्वामी जी महाराज
भारत को विश्वगुरु बनाने का संकल्प युवाओं को लेना है : आचार्य श्री