प्रेस-वार्ता: CAA-NRC श्रद्धेय स्वामी जी महाराज- मुझे जिन्ना वाली नहीं, महात्मा गाँधी और भगत सिंह वाली आजादी चाहिए।
प्रेस-वार्ता: CAA-NRC श्रद्धेय स्वामी जी महाराज : मुझे जिन्ना वाली नहीं, महात्मा गाँधी और भगत सिंह वाली आजादी चाहिए। नई दिल्ली। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने देश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शनों के पीछे कुछ विपक्षी दलों, मजहबी लोगों और विदेशी ताकतों का हाथ बताया। इन प्रदर्शनों में लग रहे ‘आजादी के नारों’ को पूरी तरह से गलत बताते हुए कहा है कि जिन्ना वाली आजादी की बात करना देश के साथ खुली गद्दारी है। ऐसे लोगों पर तो कड़ी कार्यवाई होनी ही चाहिए। उन्होंने…
प्रेस-वार्ता: CAA-NRC श्रद्धेय स्वामी जी महाराज : मुझे जिन्ना वाली नहीं, महात्मा गाँधी और भगत सिंह वाली आजादी चाहिए।
नई दिल्ली। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने देश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शनों के पीछे कुछ विपक्षी दलों, मजहबी लोगों और विदेशी ताकतों का हाथ बताया। इन प्रदर्शनों में लग रहे ‘आजादी के नारों’ को पूरी तरह से गलत बताते हुए कहा है कि जिन्ना वाली आजादी की बात करना देश के साथ खुली गद्दारी है। ऐसे लोगों पर तो कड़ी कार्यवाई होनी ही चाहिए। उन्होंने जेएनयू में भी छात्रों के एक गुट की ओर से लगाए जा रहे इस तरह से नारों को गलत बताया और उन्हें राजनीतिक मामलों से दूर रहकर पढ़ाई और भविष्य निर्माण पर ध्यान देने का सलाह दी। राजनीतिक आंदोलन के लिए विपक्ष है, जो इस काम को कर रहा है।
श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और गृहमंत्री श्री अमित शाह जी ने कई बार साफ-साफ कहा है कि सीएए से किसी की नागरिकता खत्म नहीं हो रही हैं यह तो नागरिकता देने का कानून है। इससे किसी भारतीय मुस्लिम की नागरिकता को कोई खतरा नहीं है। यह देश जितना मेरा है, उतना ही उन देशभक्त मुसलमानों का भी है। उन्हें इस देश से कोई नहीं निकाल सकता। हालांकि उन्होंने देश को तबाह करने और टुकड़े-टुकड़े करने की बात कर रहे लोगों को लेकर कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि मैं इसे मुस्लिम समाज की विचारधारा नहीं मानता हूँ। मेरी मुस्लिम समाज के बड़े बुद्धिजीवियों से अपील है कि वह आगे आए और जो लोग एक समाज को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है, उनका पुरजोर विरोध करें। उन्होंने लोगों के बीच गलतफहमी फैला रहे विपक्ष को सलाह दी कि भाजपा और मोदी को देश के लोगों ने 2024 तक के लिए जनादेश दिया है। ऐसे में उन्हंे धैर्य के साथ राजनीतिक विरोध करना चाहिए। राष्ट्र निर्माण में हाथ बंटाना चाहिए। दुनिया में देश की बदनामी करना ठीक नहीं है। वैसे भी देश में कुछ लोग ऐसे हैं, जिनके बोलने से पाकिस्तान में ज्यादा चर्चा होती है।