हरिद्वार। देवभूमि उत्तराखंड का वनस्पति उत्सव हरेला पर्व, धरती को हरियाली से परिपूर्ण करने का कार्य उत्साह व उमंग के साथ उत्तराखंड से प्रारम्भ होकर पूरे देश में पतंजलि संगठन के माध्यम से पहुंच चुका है। हरेला पर्व के अवसर पर च्ंजंदरंसप त्मेमंतबी प्देजपजनजम एवं पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के वैज्ञानिकों, चिकित्सकों एवं छात्र-छात्राओं का एक दल उत्तराखंड के ही सुदंर क्षेत्र पौड़ी के माला गांव में पहुँचा। दल की अध्यक्षता स्वयं पतंजलि योगपीठ के महामंत्री श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज कर रहे थे। यह कार्यक्रम जड़ी-बूटी दिवस के रूप में 4 अगस्त तक लगातार चलता रहा। इसी क्रम में ‘जड़ी-बूटी जगत’ भ्ंतइंसॅवतसक की संकल्पना को धार देने के लिए औषधीय पादपों का रोपण माला गांव में यज्ञ पूर्वक प्रारंभ हुआ, जहां विश्व का अनूठा औषधीय उद्यान का निर्माण पतंजलि द्वारा किया जाएगा। आइए, हम सब मिलकर अपने जीवन की रक्षा के लिए वनस्पति और वृक्षों को लगाकर धरती मां का श्रृंगार करें और 4 अगस्त ‘जड़ी-बूटी दिवस’ की संकल्पना को चरितार्थ करें।