केरल और कर्नाटक बाढ़ पीड़ितों के लिए योगर्षि स्वामी जी महाराज की घोषणा, पतंजलि देगी 2 करोड़ की राहत सामग्री
नई दिल्ली। केरल में आई सदी की सबसे भयानक बाढ़ के बाद वहां राहत और बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है जिसके बीच में योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने केरल और कर्नाटक में आई बाढ़ से पीड़ित परिवारों के राहत और पुनर्वास के लिए दो करोड़ रुपये कीमत की राहत सामग्री भेजने की घोषणा की है। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने इस बात की जानकारी दी की पतंजलि के सैंकड़ों कार्यकर्ता केरल के अलग-अलग जिलों में राहत और बचाव कार्यों में छक्त्थ् और अन्य बचाव दलों साथ…
नई दिल्ली। केरल में आई सदी की सबसे भयानक बाढ़ के बाद वहां राहत और बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है जिसके बीच में योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने केरल और कर्नाटक में आई बाढ़ से पीड़ित परिवारों के राहत और पुनर्वास के लिए दो करोड़ रुपये कीमत की राहत सामग्री भेजने की घोषणा की है। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने इस बात की जानकारी दी की पतंजलि के सैंकड़ों कार्यकर्ता केरल के अलग-अलग जिलों में राहत और बचाव कार्यों में छक्त्थ् और अन्य बचाव दलों साथ अभियान में जुटे हुए हैं।
श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने बताया कि केरल और कर्नाटक में अपने राहत अभियान में राहत सामग्री की पहली खेप जिसमें लगभग 50 लाख रुपये की राहत सामग्री है दोनों राज्यों में भेज दी गई है। इस राहत सामग्री में तमाम दैनिक उपयोग की चीजें शामिल हैं जिसमें टूथपेस्ट से लेकर पीने का पानी भी शामिल है। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने कहा, अगले कुछ दिनों में राहत सामग्री की अगली खेप भेजी जाएगी जिसमें लगभग 1.5 करोड़ रुपये की सामग्री होगी जो बाढ़ पीड़ितों में वितरित की जाएगी। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने राहत और बचाव अभियान में जुटे सेना के जवानों की तारीफ करते हुए कहा कि अपना जीवन दांव पर लगाकर सेना के जवान बाढ़ के बीच राहत कार्यों को कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने देश की जनता से अपील करते हुए कहा कि अपने सामथ्र्य के अनुसार आप बाढ़ पीड़ितों की मदद जरूर करें चाहे वो प्रत्यक्ष रूप से हो या परोक्ष रूप में। इसके साथ ही योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि इस देश की आपदा में पतंजलि हमेशा अपने देशवासियों के साथ कंधे से कधा मिलाकर खड़ी है क्योंकि हम पूरे देश को अपना परिवार मानते हैं और जिसके चलते केरल में आई बाढ़ में पतंजलि ने पीड़ितों की मदद के लिए अपने कत्र्तव्य का बढ़-चढ़कर पूरा करने का काम किया है।