दुनिया में बज रहा भारतीय संस्कृति का डंका: शाह
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले, यदि शिक्षा पद्धति देश की ‘संस्कृति के अनुकूल’ नहीं तो विकास के कोई मायने नहीं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी ने पतंजलि योगपीठ में किया आचार्यकुलम के भवन का लोकार्पण कहा, श्रद्धेय स्वामी जी महाराज वैदिक शिक्षा, योग और आयुर्वेद के माध्यम से विश्वभर में बढ़ा रहे हैं भारत की साख हरिद्वार। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद मा.श्री अमित शाह जी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के कार्यकाल में भारतीय संस्कृति का डंका पुरी…
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले, यदि शिक्षा पद्धति देश की ‘संस्कृति के अनुकूल’ नहीं तो विकास के कोई मायने नहीं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी ने पतंजलि योगपीठ में किया आचार्यकुलम के भवन का लोकार्पण
कहा, श्रद्धेय स्वामी जी महाराज वैदिक शिक्षा, योग और आयुर्वेद के माध्यम से विश्वभर में बढ़ा रहे हैं भारत की साख
हरिद्वार। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद मा.श्री अमित शाह जी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के कार्यकाल में भारतीय संस्कृति का डंका पुरी दुनिया में बज रहा है और यह मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि जिस तरह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दुनियाभर में देश की साख बढ़ाई है, उसी तरह योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज वैदिक शिक्षा, योग और आयुर्वेद के माध्याम से विश्व में भारत की ताकत बढ़ा रहे हैं। यह बातें उन्होंने पतंजलि योगपीठ में आचार्यकुलम् के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण के दौरान कहीं। दस हजार छात्र संख्या की क्षमता वाला यह भवन सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
श्री अमित शाह जी ने यज्ञ के साथ आचार्यकुलम् के भवन का लोकार्पण किया। इसके बाद पतंजलि योगपीठ द्वितीय चरण के सभागार में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए श्री अमित शाह जी ने कहा कि देश में वैदिक शिक्षा पद्धति को प्रोत्साहित करने की बहुत आवश्यकता है। जिस तरह से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत की साख दुनिया में बढ़ाई है और स्वामी रामदेव वैदिक शिक्षा, योग व आयुर्वेद के माध्यम से पूरी दुनिया के सामने भारत की ताकत बढ़ा रहे हैं, उससे भारत का ‘विश्व-गुरु’ बनना तय है। इस मौके पर श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि महज पांच से छः वर्षाे में ही आचार्यकुलम् ने विशिष्ट शिक्षा पद्धति से दुनियाभर को आकर्षित किया है।
मैकाले की शिक्षा पद्धति के स्थान पर देश में वैदिक शिक्षा पद्धति का विकल्प तैयार किया जाएगा। जल्द ही वैदिक शिक्षा का दौर दोबारा अस्तित्व में आएगा। श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी महाराज ने पतंजलि विश्वविद्यालय का विस्तार करते हुए एक लाख से ज्यादा छात्रसंख्या वाला विश्वविद्यालय बनाने का भी दावा किया। साथ ही पतंजलि के राष्ट्र निर्माण के अभियान को और गति देने की बात कही। वहीं, उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी महाराज और पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी द्वारा योग व आयुर्वेद के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की।