पूज्य स्वामी जी महाराज ने दिया राष्ट्रीय एकता का सन्देश

पूज्य स्वामी जी महाराज ने दिया राष्ट्रीय एकता का सन्देश

हाम्रो स्वाभिमान: हरितालिका तीज महोत्सव’ पर दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम…. दिल्ली। तालकटोरा स्टेडियम में परम पूज्य स्वामी जी महाराज के पावन सान्निध्य एवं गृहराज्य मंत्री श्री किरेन रिरिजू जी की गरिमामयी उपस्थिति में नेपाली समाज के हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट द्वारा ‘हरितालिका तीज महोत्सव-2018’ के शुभ अवसर पर विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कई कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी। कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के साथ योग-आयुर्वेद भारत व भारतीयता से अनन्य प्रेम रखने वाले सूर्य फाउण्डेशन के चेयरमेन श्री जे.पी.अग्रवाल जी, प्रेम…

हाम्रो स्वाभिमान: हरितालिका तीज महोत्सव’ पर दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम….

दिल्ली। तालकटोरा स्टेडियम में परम पूज्य स्वामी जी महाराज के पावन सान्निध्य एवं गृहराज्य मंत्री श्री किरेन रिरिजू जी की गरिमामयी उपस्थिति में नेपाली समाज के हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट द्वारा ‘हरितालिका तीज महोत्सव-2018’ के शुभ अवसर पर विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कई कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी। कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के साथ योग-आयुर्वेद भारत व भारतीयता से अनन्य प्रेम रखने वाले सूर्य फाउण्डेशन के चेयरमेन श्री जे.पी.अग्रवाल जी, प्रेम क्षेत्री जी, अनीता जी, देवदत्त जी, डाॅ. जयदीप आर्य जी, भाई राकेश कुमार जी, डाॅ. परमीदर गोलिया जी, भाई एस.के. तिजारावाला जी, श्री मोतिलाल जी आदि उपस्थित रहे।

श्री किरेन रिरिजू: गृहराज्यमंत्री श्री किरेन रिरिजू जी ने पतंजलि द्वारा नेपालियों के लिए ‘हाम्रो स्वाभिमान’ के रूप में महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए भारत सरकार की ओर से पतंजलि का धन्यवाद किया। उन्होंने सभी को हरितालिका तीज महोत्सव की शुभकामनाएं दी। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि हर समाज और देश का अपना चरित्र होता है। नेपाली या गोरखा शब्द सुनते ही अच्छे, ईमानदार, मेहनती और हिम्मत वाले लोगों की चित्र सामने आता है। बिना किसी को सताए सत्य के मार्ग पर चलते हुए वे किसी के सामने झुकते नहीं हैं। भारत की संस्कृति औरसभ्यता नेपाल की संस्कृति और सभ्यता के बिना पूर्ण नहीं है। अलग-अलग देश होते हुए भी सामाजिक व्यवस्था समान हैं। गोरखा सैनिकों का भारत के रक्षा तन्त्र में भी विशेष योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि हमने ग्रह मंत्रालय में एक प्रावधान का निर्णय किया है कि भारत के अन्य लोगों को भर्तियों में जो-जो छूट मिलती है, वे सभी गोरखाजनों को भी प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि नेपाली समाज मेरा अपना समाज है, मुझे इस पर गर्व है।

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