केवल स्वदेशी छाप की वस्तुयें खरीदें

केवल स्वदेशी छाप की वस्तुयें खरीदें

मदुरै (तमिलनाडु)। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने स्वदेशी वस्तुयें खरीदने तथा विदेशी छाप की वस्तुओं का बहिष्कार करने की वकालत की क्योंकि वे सिर्फ जनता को लूटते हैं। वह शुक्रवार को यहाँ विवेकानन्द काॅलेज में ‘‘योग संवर्धित कार्यक्रम’’ में कह रहे थे। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने कहा, भारत के बच्चे होने के कारण हमें देशी होना है और देशी वस्तुयें खरीदनी हैं। उन्होंने कहा- ‘‘मैंने आज तक विदेशी वस्तुयें नहीं खरीदी हैं’’। उन्होंने कहा, छात्रों को अपने स्वभाव में सदैव स्वदेशी वस्तुओं को खरीदने के समर्थन की आदत…

मदुरै (तमिलनाडु)। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने स्वदेशी वस्तुयें खरीदने तथा विदेशी छाप की वस्तुओं का बहिष्कार करने की वकालत की क्योंकि वे सिर्फ जनता को लूटते हैं। वह शुक्रवार को यहाँ विवेकानन्द काॅलेज में ‘‘योग संवर्धित कार्यक्रम’’ में कह रहे थे। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने कहा, भारत के बच्चे होने के कारण हमें देशी होना है और देशी वस्तुयें खरीदनी हैं। उन्होंने कहा- ‘‘मैंने आज तक विदेशी वस्तुयें नहीं खरीदी हैं’’। उन्होंने कहा, छात्रों को अपने स्वभाव में सदैव स्वदेशी वस्तुओं को खरीदने के समर्थन की आदत विकसित करनी चाहिये।

योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि मेरा दृढ़ राजनीतिक झुकाव कभी नहीं रहा अथवा किसी पार्टी विशेष को समर्थन उपलब्ध नहीं कराया। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने दैनिक जीवन में योग की आवश्यकता के बारे में बताया और कहा कि उन्होंने विभिन्न लोगों को तनाव तथा उच्चरक्तचाप से श्वसन तकनिकों द्वारा राहत प्रदान करवाई। उन्होंने कहा योग द्वारा ध्यान केन्द्रित करने में सहायता मिलती है-विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है।
विद्यार्थियों को मानसिक शान्ति का स्तर प्राप्त करनी चाहिये। योग जाति या आर्थिक आधार पर अलग नहीं करता। उन्होंने कहा, प्रत्येक व्यक्ति को इस क्रिया का अभ्यास करना चाहिये।

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