गणतंत्र दिवस: राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं है: स्वामी जी
हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ की विभिन्न इकाइयों में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर योगर्षि स्वाम रामदेव जी महाराज और पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने आचार्यकुलम्, पतंजलि योगपीठ और पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क में ध्वजारोहण कर देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे प्राचीन देश है। इस देश की संस्कृति व स्वाभिमान के गौरव को अपने हृदय में संजोकर हमें अपने पूर्वज ऋषि-ऋषिकाओं व वीर-वीरांगनाओं के सपनों का भारत बनाना है। उन्होंने…
हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ की विभिन्न इकाइयों में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर योगर्षि स्वाम रामदेव जी महाराज और पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने आचार्यकुलम्, पतंजलि योगपीठ और पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क में ध्वजारोहण कर देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे प्राचीन देश है। इस देश की संस्कृति व स्वाभिमान के गौरव को अपने हृदय में संजोकर हमें अपने पूर्वज ऋषि-ऋषिकाओं व वीर-वीरांगनाओं के सपनों का भारत बनाना है। उन्होंने कहा कि हमें भारत को विश्वगुरु और सुपरपावर बनाना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं, राष्ट्र के प्रति अपने उत्तरदायित्व से बड़ा कोई उत्तरदायित्व नहीं। इस अवसर पर पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए लाखों वीर, शहीद, क्रान्तिकारियों ने अपने प्राणों की आहुतियां दी है। कार्यक्रम में पतंजलि के प्रति-कुलपति डाॅ. महावीर, आचार्य विजयपाल प्रचेता, आचार्य मनोहर लाल आर्य, मौलानी मुफ्ती काजमी, मुख्य महाप्रबंधक ललित मोहन सहित पतजंलि विश्वविद्यालय, पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय, वैदिक गुरुकुलम्, पतंजलि गुरुकुलम् आचार्याकुलम् और पतंजलि के हजारों कर्मयोगी उपस्थित रहे। -साभारः राष्ट्रीय सहारा’