वनवासी समाज प्रकृति को कर रहा है संरक्षित

वनवासी समाज प्रकृति को कर रहा है संरक्षित

पूज्य आचार्य श्री के प्रयासों से पूर्व से पश्चिम तक उत्तर से दक्षिण तक आदिवासी समाज मुख्यधारा में शामिल हो रहा है : मुख्यमंत्री   बहादराबाद (उत्तराखण्ड)। पतंजलि योगपीठ के योग भवन में वनवासी कल्याण आश्रम की ओर से आयोजित तीन दिवसीय बैठक का शुभारम्भ करते हुए पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने कहा कि पतंजलि और वनवासी कल्याण आश्रम के बीच केवल संस्था के नाम का अंतर प्रतीत होता है, कार्य दोनों का ही भारतीय धर्म और संस्कृति संरक्षण है। उन्हांेने सदैव इस कार्य में सहयोग करने की बात…

पूज्य आचार्य श्री के प्रयासों से पूर्व से पश्चिम तक उत्तर से दक्षिण तक आदिवासी समाज मुख्यधारा में शामिल हो रहा है : मुख्यमंत्री

 

बहादराबाद (उत्तराखण्ड)। पतंजलि योगपीठ के योग भवन में वनवासी कल्याण आश्रम की ओर से आयोजित तीन दिवसीय बैठक का शुभारम्भ करते हुए पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने कहा कि पतंजलि और वनवासी कल्याण आश्रम के बीच केवल संस्था के नाम का अंतर प्रतीत होता है, कार्य दोनों का ही भारतीय धर्म और संस्कृति संरक्षण है। उन्हांेने सदैव इस कार्य में सहयोग करने की बात कही।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने कहा कि वनवासी समाज वह समाज है जो वास्तव में प्रकृति को संरक्षित कर रहे हैं और वनवासी कल्याण आश्रम इस समाज को विकसित कर भारतीय संस्कृति को संरक्षित करने का काम कर रहा है। ये लोग आधुनिक सुख सुविधाओं के मोह से अलग प्राकृतिक संसाधनों पर अपना जीवन व्यतीत करने में प्रसन्न हैं। वनवासी कल्याण आश्रम आदिवासी समाज के प्रति अन्य लोगों में संवेदनशीलता का भाव जगाने का कार्य कर रहा है, जो प्रशंसनीय है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्वोत्तर के प्रहरी वसंतराव की पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने वनवासी समाज के लिए किए गये इंतजामों के लिए पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी का धन्यवाद किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूज्य आचार्य श्री के प्रयासों से पूर्व से पश्चिम तक उत्तर से दक्षिण तक आदिवासी समाज मुख्यधारा में शामिल हो रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, धर्म संस्कृति से जुड़कर पूरा भारत एक हो रहा है। वनवासी कल्याण आश्रमों के माध्यमों से देश की कमजोर कड़ी को मजबूत बनाने का कार्य किया है। वनवासी कल्याण आश्रम के संगठन मंत्री अतुल जोग जी ने कहा कि आश्रम समाज के उत्थान के लिए विभिन्न कार्य कर रहा है। प्रांत के लगभग 900 कार्यकर्ताओं प्रत्येक वर्ष कार्य करते हैं। तीन दिवसीय बैठक में उपलब्धियों और आने वाले समय में चुनौतियां क्या हो सकती हैं, इस पर वनवासी कल्याण कार्यकर्ता चिंतन और मंथन करेंगे। इस अवसर पर विधायक आदेश चैहान, मोहनलाल, उपाध्यक्ष कलयाण आश्रम कृपा प्रसाद सिंह एवं गणमान्य अतिथिगण उपस्थित रहे। -साभारः हिन्दुस्तान’

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