योग शिविर : अपराध मुक्त भारत का निर्माण योग द्वारा संभव
योग शिविर: अपराध मुक्त भारत का निर्माण योग द्वारा संभव होसूर (तमिलनाडू)। योग व ध्यान के माध्यम से अपराध रहित भारत का निर्माण किया जा सकता है। होसूर तहसील में निःशुल्क चार दिवसीय योग व ध्यान शिविर को श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने स्वरूप दिया। इस दौरान हजारों की संख्या में जुटे जिले कृष्णागिरी शिविरार्थियों को श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने प्राणायाम, सूर्यनमस्कार, चित्त मुद्रा महामुद्र आदि द्वारा स्वास्थ्य संबंधी अन्य योग कलाओं को सिखाया, तन-मन, आरोग्य संबन्धित कई बिन्दुओं पर ज्ञान प्रदान किया। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने…
योग शिविर: अपराध मुक्त भारत का निर्माण योग द्वारा संभव
होसूर (तमिलनाडू)। योग व ध्यान के माध्यम से अपराध रहित भारत का निर्माण किया जा सकता है। होसूर तहसील में निःशुल्क चार दिवसीय योग व ध्यान शिविर को श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने स्वरूप दिया। इस दौरान हजारों की संख्या में जुटे जिले कृष्णागिरी शिविरार्थियों को श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने प्राणायाम, सूर्यनमस्कार, चित्त मुद्रा महामुद्र आदि द्वारा स्वास्थ्य संबंधी अन्य योग कलाओं को सिखाया, तन-मन, आरोग्य संबन्धित कई बिन्दुओं पर ज्ञान प्रदान किया। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने मीडिया को कहा कि शरीर के अंगों को योग द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। नियमित योग से शरीर और मन में संतुलन स्फूर्ति का सृजन होता है। योग द्वारा बीमारियों से मुक्ति व मन को शांति प्रदान होता है। नियमित योग करने से साधकगण शांत मन द्वारा अपराध रहित भारत का निर्माण होगा। प्रतिदिन के योग के फलस्वरूप शरीर में मजबूती व व्याधिरहित आरोग्य निश्चित है।
भाई पारस जी, भाई गिरिश जी व अन्य पतंजलि योग के सदस्य भाई द्राविड मुन्नेट्र कयगम जी (क्डज्ञ) के डस्। श्री वेंकटस्वामी जी अन्य शिविर में शामिल हुये।