पांच दिवसीय योग चिकित्सा व ध्यान शिविर का शुभारम्भ

पांच दिवसीय योग चिकित्सा व ध्यान शिविर का शुभारम्भ

पांच दिवसीय योग चिकित्सा व ध्यान शिविर का शुभारम्भ पोलायकलां/हन्नुखेड़ी (मध्य प्रदेश)। शाजापुर जिले की अवंतिपुर बड़ोदिया तहसील के छोटे से गांव हन्नुखेड़ी मंे भारत स्वाभिमान पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार के मार्गदर्शन में पांच दिवसीय योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर का आयोजन हनुमान मंदिर प्रांगण में किया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत स्वाभिमान, पतंजलि योग समिति जिला प्रभारी किशोर सिंह, युवा भारत जिला प्रभारी रजनीश जी, ग्राम के पूर्व सरपंच सत्यनारायण पटेल, पतंजलि आरोग्य केन्द्र संचालक मुकेश जी, सेवा सहकारी संस्था प्रबंधक राम सिंह, शिक्षक विष्णु भाई इत्यादि अतिथियों…

पांच दिवसीय योग चिकित्सा व ध्यान शिविर का शुभारम्भ

पोलायकलां/हन्नुखेड़ी (मध्य प्रदेश)। शाजापुर जिले की अवंतिपुर बड़ोदिया तहसील के छोटे से गांव हन्नुखेड़ी मंे भारत स्वाभिमान पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार के मार्गदर्शन में पांच दिवसीय योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर का आयोजन हनुमान मंदिर प्रांगण में किया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत स्वाभिमान, पतंजलि योग समिति जिला प्रभारी किशोर सिंह, युवा भारत जिला प्रभारी रजनीश जी, ग्राम के पूर्व सरपंच सत्यनारायण पटेल, पतंजलि आरोग्य केन्द्र संचालक मुकेश जी, सेवा सहकारी संस्था प्रबंधक राम सिंह, शिक्षक विष्णु भाई इत्यादि अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। योग शिविर में योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज व पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज द्वारा निर्मित प्राणायाम व आसान का पैकेज प्रातः 6 से 7ः30 बजे तक करवाया जाता है। मुख्य योग शिक्षक कन्हैयालाल जी ने कहा से हम वह प्रत्येक कार्य करें जो धर्म शास्त्र, संविधान शास्त्र व प्रकृति के विरुद्ध न हों। नव युवा पीढ़ी को ऊर्जा को जाग्रत करने व सकारात्मक दृष्टिकोण में योग की अहम भूमिका होती है। विशेष रूप से सर्वाइकल स्पाॅन्डिलाइजीस कंधे का दर्द, थायराइड, मोटापा, जोड़ों के दर्द के लिए विशेष योगाभ्यास कराया गया। योग शिविर में दर्जनों ग्रामीणजनों के साथ बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

Related Posts

Advertisement

Latest News

आयुर्वेद में वर्णित अजीर्ण का स्वरूप, कारण व भेद आयुर्वेद में वर्णित अजीर्ण का स्वरूप, कारण व भेद
स शनैर्हितमादद्यादहितं च शनैस्त्यजेत्।     हितकर पदार्थों को सात्म्य करने के लिए धीरे-धीरे उनका सेवन आरम्भ करना चाहिए तथा अहितकर पदार्थों...
आयुर्वेद अमृत
अयोध्या में भगवान श्री रामजी की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव
भारतीय संन्यासी की मोम की प्रतिकृति बनेगी मैडम तुसाद की शोभा
पतंजलि योगपीठ में 75वें गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण कार्यक्रम
उपलब्धियाँ : भारत में पहली बार पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन में कोविड के नये वैरिएंट आमीक्रोन JN-1 के स्पाइक प्रोटीन पर होगा अनुसंधान: प.पूज्य आचार्य श्री
लिवर रोगों में गिलोय की उपयोगिता को अब यू.के. ने भी माना