वार्तावरण शुद्धि ‘यज्ञ’ : अग्निहोत्र से कई सारे लाभ, प्रयोजनाएँ

वार्तावरण शुद्धि ‘यज्ञ’ : अग्निहोत्र से कई सारे लाभ, प्रयोजनाएँ

वार्तावरण शुद्धि ‘यज्ञ’: अग्निहोत्र से कई सारे लाभ, प्रयोजनाएँ   कूड्लगी (कर्नाटक)। पतंजलि योग समिति परिवार के राज्य युवा-प्रभारी भाई किरण जी का कहना है कि हमारे चारों ओर के परिसर माहौल को विशेष रूप से वायु की शुद्धीकरण व हमारे स्वास्थ्य को ठीक रखने में प्रतिदिन अग्निहोत्र कार्य ‘यज्ञ’ करना अति आवश्यक है।                  शहर के योगसाधक श्री चैन्नशेखर जी ने घर में अग्निहोत्र ‘यज्ञ’ का एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान कार्यक्रम का नेतृत्व कर अपने वक्तव्य में युवा प्रभारी भाई…

वार्तावरण शुद्धि ‘यज्ञ’: अग्निहोत्र से कई सारे लाभ, प्रयोजनाएँ

 

कूड्लगी (कर्नाटक)। पतंजलि योग समिति परिवार के राज्य युवा-प्रभारी भाई किरण जी का कहना है कि हमारे चारों ओर के परिसर माहौल को विशेष रूप से वायु की शुद्धीकरण व हमारे स्वास्थ्य को ठीक रखने में प्रतिदिन अग्निहोत्र कार्य ‘यज्ञ’ करना अति आवश्यक है।

                 शहर के योगसाधक श्री चैन्नशेखर जी ने घर में अग्निहोत्र ‘यज्ञ’ का एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान कार्यक्रम का नेतृत्व कर अपने वक्तव्य में युवा प्रभारी भाई किरण जी ने बताया कि नित्य अग्निहोत्र कार्य, हम जिस परिसर में रहते हैं उसे रोगमुक्त, सुगन्धित व पुष्टिपूर्ण होता है। हमारा स्वास्थ्य को सुधारने में भी बहुत सहायता करता है। इस कोरोना काल में वातावरण वो रोगमुक्त बनाने में भी ‘यज्ञ’ का विशेष योगदान रहता है। इससे शरीर का बल एवं आन्तिरक इम्यूनिटी को बढ़ाता है और साथ ही मन भी नित्य प्रसन्न रहता है। यह बात आज का विज्ञान भी प्रमाणित किया है तथा इस के बारे में और भी प्रयोजनों को जानने के लिए अनुसन्धान कार्य चल रहा है। किरण कुमार जी ने कहा कि यदि हर व्यक्ति प्रतिदिन 5 से 15 मिनिटों तक अपने रहने वाले आवास व कार्यालय में अग्निहोत्र ‘यज्ञ’ करें तो उससे बहुत सारे व्यक्तिगत तथा प्राकृतिक लाभ होते हैं, अतः हम सब इसके महत्व को समझकर इस सुलभ अग्निहोत्र पद्धति को हमारा जीवन का एक अभिन्न अंग ही बना देना चाहिए। इस सन्दर्भ मंे योगसाधक सुमा जी, रजत जी, चिन्मयी, तेजस्, स्वरूप, महन्तप्पा कोट्रेश जी ये सभी सज्जन वहां उपस्थित थे। -साभारः उदयवाणी पत्रिका’

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