घर बैठे कैसे फेफड़ों रखे मजबूत: कैसे आॅक्सीजन लेवल बढ़ाने के साथ लंग्स रखे मजबूत: पूज्य स्वामी जी महाराज

घर बैठे कैसे फेफड़ों रखे मजबूत: कैसे आॅक्सीजन लेवल बढ़ाने के साथ लंग्स रखे मजबूत: पूज्य स्वामी जी महाराज अंधाधुंध रेमडेशिविर, एंटीबायोटिक्स, स्टेराॅयड शरीर में दुष्प्रभाव हो सकता है ! कोरोना महामारी तेजी से बढ़ने के साथ-साथ प्रदूषण का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण फेफड़ों पर डबल अटैक हो रहा है। जानिए घर पर रहकर कैसे फेफड़ों के हेल्दी रखने के साथ बढ़ाएं आॅक्सीजन लेवल को हमारे शरीर को चलाने के लिए आॅक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में लंग्स का काम होता है कि पूरे शरीर…

घर बैठे कैसे फेफड़ों रखे मजबूत: कैसे आॅक्सीजन लेवल बढ़ाने के साथ लंग्स रखे मजबूत: पूज्य स्वामी जी महाराज

अंधाधुंध रेमडेशिविर, एंटीबायोटिक्स, स्टेराॅयड शरीर में दुष्प्रभाव हो सकता है !

कोरोना महामारी तेजी से बढ़ने के साथ-साथ प्रदूषण का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण फेफड़ों पर डबल अटैक हो रहा है। जानिए घर पर रहकर कैसे फेफड़ों के हेल्दी रखने के साथ बढ़ाएं आॅक्सीजन लेवल को हमारे शरीर को चलाने के लिए आॅक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में लंग्स का काम होता है कि पूरे शरीर में खून के जरिए आॅक्सीजन की सप्लाई करता है। इसके साथ ही आॅक्सीजन के लेवल को भी मेंटेन कर रहा होता है। शरीर में आॅक्सीजन का लेवल 95 फीसदी होना जरूरी है। लेकिन जहाँ फेफड़े कमजोर हो जाता है जिससे यह धीरे-धीरे गिरने लगता है। अगर यह 90 फीसदी से कम हो जाता है तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आपके फेफड़े हेल्दी रहें। जिससे शरीर में आॅक्सीजन का लेवल कम न हो। ऐसे में स्वामी रामदेव से जानिए किन योगासन और आयुर्वेदिक उपायों के द्ववारा फेफड़ों को हेल्दी रखने के साथ आॅक्सीजन लेवल को ठीक रख सकते हैं। 

ब्रीदिंग के लिए आॅक्सीजन लेवल कम होने लगता है तो लोगों के लिए पेट के बल सोने के लिए कहा जाता है तो क्या उस पोजिसन में भस्त्रिका हो सकती है- पूज्य स्वामी जी महाराज ने बताया कि पेट के बल लेट करके भस्त्रिका तो आराम से हो जाता है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार आॅक्सीजन लेवेल को मेनटेन करने के लिए मैंने बार-बार कहा है, थोड़ा कपूर सूंघ लें, पतंजलि ने कपूर, पिपरमेन्ट, अजवाईन सत, लौंग का तेल ये सब मिलाकर हमने ‘दिव्य धारा’ तैयार किया है। ये ‘दिव्य धारा’ सूंघ लें, कोई भी अपने घर में इसको बना सकता हैं पीपरमेन्ट, अजवाईन सत, लौंग का तेल और देशी कपूर, यूकेलिपीसोल बराबर ले लें, ये 10-10 मिली. लिया तो, 5 ग्राम लौंग का तेल डाल लें, तो यही इसका फाॅर्मोलेशन है, इससे तुरन्त आॅक्सीजन लेवल मेनटेन हो जाता है। पूज्य स्वामी जी महाराज ने कहा कि उल्टा लेटकर श्वास भरते हुए पैर मोड़ें, बीच-बीच में 2-4 बार भुजंगासन कर सकते हैं, यदि ऐसे में लोग थक जाते हैं तो अनुलोम-विलोम भी कर सकते हैं और ये अपने अनुसार कितनी भी देर किया जा सकता है, इसमें टाईम की कोई लिमिट नहीं है, और जो रोगी बीमार हैं वे 95 से 99 प्रतिशत आॅक्सीजन लेवल बड़ा सकते हैं। निरन्तर योग करने वालों का तो 100 प्रतिशत रहता है। 

   इन आसनों व घरेलू उपयोग द्वारा आप अपना आॅक्सीजन लेवर घर पर ही मेनटेन कर सकते हैं, छोटे-छोटे उपाय, सुबह उठकर के षट्विन्दु तेल, अणु तेल डालना, जो नाजुक प्रकृति वाले हैं, बादाम रोगन तेल डालना और खाली पेट ये गिलोय, तुलसी का काढ़ा पीना चाहिए। देखों तीन चीजें मैं बहुत महत्वपूर्ण कहना चाहता हूँ- लोग अंधाधुंध रेमडेशिविर और एंटीबायोटिक्स ले रहे हैं और बहुत ज्यादा स्टेराॅयड ले रहे हैं। माना बहुत जरूरी होने पर ये देना पड़ता है। फिर इन्हीं के दुष्प्रभाव से ब्रेन स्ट्रोक, हार्ड अटैक, फिर लंग्स के ऊपर और फिर डायबिटीज एकदम शूट कर जाती है। तो ये सबसे बचने के लिए नेचुरल स्टेराॅयड होता है, हल्दी, लहसुन, प्याज और शिलाजीत के अन्दर, तो दूध में हल्दी, शिलाजीत और च्यवनप्राश या डायबिटीज वालों के लिए च्वनप्रभा का जो हमने प्रयोग बताया है, उसको जरूर प्रयोग करें। सबसे अच्छी एन्टीबायोटिक होती है- गिलोय और नीम।

फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए योगासन –

यौगिग जाॅगिंग: (1) अस्थमा की समस्या में कारगर, (2) फेफड़ों में आॅक्सीजन बढ़ाए, (3) जांघ की मंसपेशियों के लिए फायदेमंद, (4) शरीर को सुडौल और फिट बनाए, (5) शरीर को ऊर्जावान बनाए, (6) सभी अंगों को करे एक्टिव।

उष्ट्रासन: (1) यह फेफड़ों को हेल्दी रखेगा, (2) टखने को दर्द करे, (3) पाचन प्रणाली को रखे ठीक, (4) तनाव और चिंता को करे कम।

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