उद्घाटन : 150 बेड वाले कोविड हाॅस्पिटल का उद्घाटन उत्तराखण्ड सरकार व पतंजलि योगपीठ के सौजन्य से

उद्घाटन: 150 बेड वाले कोविड हाॅस्पिटल का उद्घाटन उत्तराखण्ड सरकार व पतंजलि योगपीठ के सौजन्य से हरिद्वार। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री तीरथसिंह रावत जी एवं पतंजलि योगपीठ के संस्थापक पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज और महामंत्री श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने हरिद्वार कोविड हाॅस्पिटल के 150 बेड का लोकार्पण किया। जिसमें एलोपैथी के कोविड मैनजमेंट के साथ-साथ योग, यज्ञ, नेचुरोपैथी, आयुर्वेद, सात्विक पौष्टिक आहार, म्यूजिक एवं स्प्रिचुअल हीलिंग के ट्रेडिशनल साइंटिफिक तौर तरीकों से हम रोगियों का उपचार करेंगे। इस नूतन और सनातन के प्रयोग से कोरोना के उपचार…

उद्घाटन: 150 बेड वाले कोविड हाॅस्पिटल का उद्घाटन उत्तराखण्ड सरकार व पतंजलि योगपीठ के सौजन्य से

हरिद्वार। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री तीरथसिंह रावत जी एवं पतंजलि योगपीठ के संस्थापक पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज और महामंत्री श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने हरिद्वार कोविड हाॅस्पिटल के 150 बेड का लोकार्पण किया।

जिसमें एलोपैथी के कोविड मैनजमेंट के साथ-साथ योग, यज्ञ, नेचुरोपैथी, आयुर्वेद, सात्विक पौष्टिक आहार, म्यूजिक एवं स्प्रिचुअल हीलिंग के ट्रेडिशनल साइंटिफिक तौर तरीकों से हम रोगियों का उपचार करेंगे। इस नूतन और सनातन के प्रयोग से कोरोना के उपचार की दिशा में एक नया कीर्तिमान बन रहा है।

आज पूरे देश में कोरोना और कोरोना के उपचार को लेकर के जो एक असमंजस, असुरक्षा, अनिश्चितता और भय का माहौल है। ऐसे में पतंजलि का प्रयास है कि लोगों को इस त्रासदी से, सुनामी का रूप ले चुकी इस महामारी से बाहर निकालने के लिए हजारों वर्ष पुरानी अपनी योग, आयुर्वेद विद्या के साथ यह योग-आयुर्वेद जो पूरी तरह विज्ञान सम्मत है और रिसर्च एण्ड एविडेन्स बेस्ड है। अपने उस प्राचीन उपचार के तौर तरीकों के साथ-साथ हम आधुनिक विज्ञान का समन्वय करते हुए नितान्त आवश्यक होने पर ही हम एन्टीबायोटिक्स, स्टेराइड्स, और दूसरी लाईफ सेविंग ड्रग्स का इस्तेमाल करेंगे तथा 9% से 99% हमारी कोशिश होगी कि हम नैसर्गिक तौर तरीके से लोगों को इस संक्रमण से हम बाहर निकाल पायें, और जिससे रोगियों को कोविड से निगेटिव होने पर व बाहर आने पर किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव न हों।

     जिस प्रकार से कोविड के दौरान लोगों को ब्रेन स्ट्रोक, कार्डियक अरेस्ट के साथ-साथ रेस्पिरेटरी फेलियर, लंग्स फेलियर, हाई बी.पी., हाई शुगर, एंग्जायटी, पाचनतंत्र की समस्याएँ, कमजोरी ओर भी बहुत तरह के दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। हमने जिन तौर-तरीकों को अपना करके पूरे देश में लाखों-करोड़ों लोगों को इस संक्रमण से बाहर निकाला है। अब इस हाॅस्पिटल के माध्यम से हमारा प्रयास होगा कि कोविड केयर मैनेजमेन्ट में एक नई दिशा और सही दिशा का प्रयास करेंगे जिससे कैजुएलटीज को हम कम से कम शून्य पर ला सकें, इस दृष्टि से हम एक-एक पैसेन्ट को केयर करेंगे और उनको गिलोय, तुलसी आदि का क्वाथ, नस्य, श्वासारि वटी, कोरोनिल टेबलेट और उल्टी, दस्त, बुखार, सिरदर्द आदि अलग-अलग काॅम्प्लीकेशन्स में मोती पिष्टी, कुटज घनवटी, गिलोय घनवटी, ज्वरनाशक वटी, महासुदर्शन घनवटी, संजीवनी वटी, त्रिभुवन कीर्ति रस व लक्ष्मीविलास रस आदि औषधियों के साथ-साथ हम मिट्टी-पट्टी, हाट एण्ड कोल्ड पैक, शिरोधारा, बस्ती, वेट शीट पैक (गीली चादर की लपेट) आदि उपायों और स्प्रिच्युअल साँग्स, योगासन, प्राणायाम, ध्यानादि के द्वारा हम कोरानों और कोरोना के काॅम्प्लीकेशन्स से रोगियों को मुक्ति दिलाने के लिए अहर्निश प्रयत्न करेंगे। हम प्ब्डत् और आयुष मंत्रालय गाइडलाइन को फालो करते हुए हम यहाँ पर श्रेष्ठ कीर्तिमान स्थापित करेंगे। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के माननीय भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नगर विधायक श्री मदन कौशिक जी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा व शहरी विकास और आवास मंत्री श्री बंशीधर भगत जी, विधायक श्री आदेश चैहान जी व हरिद्वार की मेयर श्रीमती अनीता शर्मा जी एवं अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।

Related Posts

Advertisement

Latest News

आयुर्वेद में वर्णित अजीर्ण का स्वरूप, कारण व भेद आयुर्वेद में वर्णित अजीर्ण का स्वरूप, कारण व भेद
स शनैर्हितमादद्यादहितं च शनैस्त्यजेत्।     हितकर पदार्थों को सात्म्य करने के लिए धीरे-धीरे उनका सेवन आरम्भ करना चाहिए तथा अहितकर पदार्थों...
अयोध्या में भगवान श्री रामजी की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव
ऐतिहासिक अवसर : भारतीय संन्यासी की मोम की प्रतिकृति बनेगी मैडम तुसाद की शोभा
पतंजलि योगपीठ में 75वें गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण कार्यक्रम
भारत में पहली बार पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन में कोविड के नये वैरिएंट आमीक्रोन JN-1 के स्पाइक प्रोटीन पर होगा अनुसंधान
आयुर्वेद अमृत
लिवर रोगों में गिलोय की उपयोगिता को अब यू.के. ने भी माना