आर्य सम्मेलन: युवा शिक्षा, संस्कृति, षिश्टाचारों के साथ आत्मनिर्भर और एक भारत-श्रेश्ठ भारत बनाना
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मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)। माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि देश में सबसे अधिक युवा यूपी में हैं। ये युवा शिक्षा, संस्कृति, शिष्टाचारों के साथ आत्मनिर्भर और एक भारत- श्रेष्ठ भारत की कल्पना को आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया भौतिकता के पीछे भाग रही है लेकिन देश की राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करेगी।
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आर्यवीर महासम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के आंदोलन को नई गति देने में आर्य समाज की महत्त्वपूर्ण भूमिका कोई नहीं नकार सकता। स्वदेशी जागरण हो या क्रांतिकारियों की टीम को नेतृत्व देने का मामला, आर्य समाज ने उस काल खण्ड में सबसे बड़ी भूमिका का निर्वहन किया। मा. योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द ने उस समय शुद्धि आंदोलन शुरू किया लेकिन कुछ विधर्मियों ने स्वामी श्रद्धानंद की हत्या कर दी। इसके बाद नारायण स्वामी ने आर्यवीर दल का गठन किया और स्वामी श्रद्धानन्द की धारा को आगे बढ़ाया। इस आंदोलन से लोग जुड़ते गए और अंत में देश को आजादी मिली। सीएम ने कहा कि आठ वर्षों के अंदर लोगों ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत का स्वरूप देखा है, जो कभी आर्य समाज के संतों का सपना था। युवा इसे और आगे बढ़ाएं।
वेद में दलित या उच्च वर्ग का उल्लेख नहीं
आर्यवीर महासम्मेलन में आए योगर्षि परम पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि वेद में दलित या कोई उच्च वर्ग के स्थान का उल्लेख नहीं है। महर्षि दयानन्द सरस्वती ने बिना किसी भेदभाव के वेद अनुकूल नियम बनाए हैं। उन्होंने समाज को सभी पाखंडों और विषमताओं को नष्ट किया। पूज्य स्वामी जी महाराज ने कहा कि महर्षि दयानन्द की पुस्तक पढ़ने के बाद वह गुरुकुल की तरफ अग्रसर हुए थे। विश्व में यदि गुरुकुल की व्यवस्था को संरक्षित कोई संस्था कर रही है तो वह केवल आर्य समाज है। विश्व मंे सबसे श्रेष्ठ गुरुकुल चोटीपुरा का है जो प्रदेश के अमरोहा जिले में है। यहां की बेटियाँ आज विश्व में भारत की संस्कृति को जागृत कर रही हैं। संचालक योगेश जी ने कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाज के नियम जीवों के कल्याण के लिए बनाए थे। आचार्य सुदेश ने महर्षि दयानन्द को सर्वश्रेष्ठ ज्ञानी, समाज सुधारक बताया। आर्यवीरांगनाओं और आर्यवीरों ने विशेष शारीरिक योगाभ्यास कराया। कन्या गुरुकुल सासनी हाथरस की संचालिका डाॅ. पवित्रा विद्यालंकार ने यज्ञ कराया संगठन सम्मेलन गुरुकुल वृंदावन के संचालक सुदेश जी की अध्यक्षता में हुआ। ब्यूरो
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