विदेषी कम्पनी  Amway की प्रवर्तन निदेषालय (ED) ने 757.77 करोड़ की सम्पत्ति जब्त की

   Amway क्या है?: यू.एस.ए. के दो व्यक्ति जे.वैन एंडेल और रिचर्ड डेवोस जिन्होंने कई सारे काम किए लेकिन किसी भी कार्य में जब वह सफल नहीं हो पाए तो उनके खाली दिमाग में एक आईडिया या कि हम बिना कोई काम किए, बिना कोई प्रोडक्ट बनाएं ऐसी योजना बनाएंगे जिसमें लोगों को लुभावना आॅफर देकर एक व्यक्ति से 3 मेंबर और 3 से 9 की चेन मार्केटिंग करेंगे इसी ठगी के आईडिया को ध्यान में रखते हुए उन्होंने Amway नाम से एक कंपनी 1959 बनी जिसको शार्ट में एमवे कहते हैं यह एक अमेरिकी मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी है जो हेल्थ के नाम से सौंदर्य के नाम से होम केयर के नाम से न्यूट्रिशन के नाम से प्रोडक्ट बेचती हैं इस कंपनी का हेड आॅफिस यूनाइटेड स्टेट के मिशीगन राज्य के एडा टाउनशिप में है और यह कंपनी पूरी दुनिया में कारोबार करने का लक्ष्य लेकर कार्य कर रही है।
    1930 में विल दुरंत नाम के इतिहासकार अपनी पुस्तक द स्टोरी आॅफ सिविलाइजेशनमें लिखते हैं कि ब्रिटिश शासकों की भारत पर विजय एक व्यापारी कंपनी ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा एक महान सभ्यता पर आक्रमण के विनाश की जीती जागती कहानी थी। आगे वह कहते हैं कि इस ईस्ट इंडिया कंपनी का आॅफिस लंदन की एक छोटी सी बिल्डिंग में केवल 35 कर्मचारियों के भरोसे चलता था लेकिन इसी ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत जैसे एक महान देश को लूट लूट कर गरीब व गुलाम बना दिया इस ईस्ट इंडिया कंपनी के पास कोई अंतरात्मा नहीं थी ना कोई सिद्धांत था ना किसी प्रकार की मर्यादा थी ना ही कोई सलीका था ईस्ट इंडिया कंपनी के पास था तो सिर्फ लोभ व लालच, ईस्ट इंडिया कंपनी की कहानी कमजोर देशों को तलवार व बंदूको से कुचलकर रिश्वतखोरी हत्या चोरी कब्जा लूटमार की एक सच्ची कहानी है। लगभग 500 साल पहले जो कहानी ईस्ट इंडिया कंपनी के समय दोहराई गई वही कहानी आज भी दोहराई जा रही है अभी तत्काल की घटना में अगर हम एक विदेशी कंपनी एमवे की बात करें, एमवे के ऊपर प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) द्वारा की गई कार्रवाई से पता लगता है। यह कंपनी जो 1996-97 में भारत में केवल रुपये 21 करोड़ की शेयर पूंजी लेकर आयी और फाइनेंशियल ईयर 2020-21 तक इस कंपनी ने अपने निवेशकों को मूल, संस्थाओं को लाभांश व राॅयल्टी के तौर पर 2,859 करोड रुपए की संपत्ति देश के बाहर भेज दी।
    आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह बहुराष्ट्रीय कंपनियां किस प्रकार से लूटपाट करती हैं केवल रुपये 21 करोड़ लाकर इस देश में लाखों लोगों को केवल विज्ञापन झूठे सपने दिखाकर उनकी जेब से गाढ़ी कमाई का पैसा निकाल कर, किस प्रकार छद्म रूप से ठगी करते हुए केवल मुनाफे का उद्देश्य रखते हुए देश के बाहर संपत्ति भेजने का काम करती है।
    मल्टी लेवल मार्केटिंग के नाम से यह कंपनी लोगों को झूठे सपने दिखा कर कि किसी प्रकार का काम करने की आवश्यकता नहीं है बिना किसी योग्यता के करोड़पति बने, घर बैठे पैसा कमायें जैसे लुभावने लालच देकर कि केवल अपने तीन परिचितों को, रिश्तेदारों को, जानकारों को, मूर्ख बनाकर उनसे पैसे ऐठकर उनको एमवे का मेंबर डिस्ट्रीब्यूटर बनाएं। आप अपने मित्रों में रिश्तेदारों से मान लीजिए रुपये 10,000 लेते हैं उसमें रुपये 3,000 आपको कमीशन दे दिया जाएगा प्रोडक्ट के नाम पर 500-1000 रुपये के प्रोडक्ट आपको रुपये 10000 में बेचे जाएंगे 10 से लेकर 100 गुना महंगे तक बेचकर आपको सपना दिखाया जाएगा कि आप दुनिया के सबसे अच्छे प्रोडक्ट प्रयोग कर रहे हैं और इस एक मेंबर के बनने में यह कंपनी 50 से लेकर 70 प्रतिशत तक मुनाफा कमाती है।
     व्यापार के नाम पर धोखाधड़ी का मायाजाल- (क) वर्तमान में Amway 100 से अधिक देशों में और लाखों शहरों में झूठ का व्यापार कर रही है। इन 100 देशों में बहुत से देशों में इनके खिलाफ बहुत ही शिकायतें आई हैं लेकिन फिर भी अलग-अलग देशों में ऐसे कमीशन खोर अधिकारियों व नेताओं से सांठगांठ करके यह अपना व्यापार लगातार बढ़ा रही है, और झूठे सर्वे के आधार पर 2018 में इस कंपनी ने अपने आपको डायरेक्ट सेलिंग न्यूज द्वारा 2018 में दुनिया की नंबर वन डायरेक्ट सेलिंग कंपनी के रूप में भी प्रचारित करने का कार्य किया है।
(ख) कमीशन के लुभावन और चकाचोध के विज्ञापनों द्वारा ।उूंल के शीर्ष दस बाजार चीन, कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, थाईलैंड, ताइवान, भारत, रूस, मलेशिया और इटली हैं।
      मल्टी लेवल चैन मार्केटिंग या नेटवर्क मार्केटिंग क्या है? मल्टी लेवल मार्केटिंग को पिरामिड स्कीम भी कहा जाता है विदेशों में ऐसे निठल्ले और खाली व्यक्ति जिनको खुद कुछ नहीं करना ऐसे लोगों ने एक विचार बनाया कि हम एक नेटवर्क बनाएंगे जिसमें एक व्यक्ति तीन व्यक्तियों से कुछ पैसे लेकर उनको पिरामिड स्कीम का या मल्टी लेवल मार्केटिंग का या चेन मार्केटिंग का हिस्सा बनाएगा उसमें कुछ कमीशन उसको मेंबर बनाने वाले व्यक्ति को जाएगा और शेष मुनाफा इन मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनियों चलाने वाले लोगों के खाते में जाएगा। यह मल्टी लेवल मार्केटिंग वाली कंपनियां गांव शहरों के लोगों को बिक्री पर कमिशन मेंबर बनाने पर कमीशन के नाम से लुभावने सपने दिखाते हैं अच्छे-अच्छे आलीशान होटलों में सेमिनार आयोजित करके कोट पेंट टाई लगाकर लोगों को ऐसे खवाब दिखाते हैं कि आप इस स्कीम से जुड़ते ही तत्काल लखपति, करोड़पति बन जाएंगे आपके पास महंगी गाड़ी होगी और आपको कुछ दिन कार्य करना है उसके बाद जो आप के नीचे लोग मेंबर बनाएंगे उससे आपको रॉयल्टी या कमीशन आता रहेगा और उससे आप विलासिता पूर्ण जीवन जी पाएंगे। इनमें से अधिकतर कम्पनियों के पास अपना कोई कारखाना नहीं होता, अपना कोई प्रोडक्ट नहीं होता मार्केट से किसी प्रोडक्ट को लेकर उसके ऊपर केवल लेबलिंग करवा कर उन प्रोडक्ट को अपने मेंबर्स के माध्यम से नए लोगों को मेंबरशिप और कमीशन का लालच देकर बेचा जाता है एक बार एक व्यक्ति इन मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनियां चैन मार्केटिंग की कंपनियों के झांसे में फंसने के बाद दूसरे लोगों को भी इसका शिकार बना कर अपने नुकसान की भरपाई करना चाहता है और इस प्रकार यह चेन 1 से 3, 3 से 9, 9 से 27, व्यक्तियों में फैलती-फैलती हजारों लाखों लोगों को अपना शिकार बनाती है भोले-भाले लोग इसके झांसे में आकर अपनी गाढ़ी कमाई को खो देते है। अधिकतर मामलों में यह कंपनियां सरकार के सामान्य कानूनों का भी दुरुपयोग करके उल्लंघन करते हैं इन कंपनियों की मार्केटिंग एजेंट बेरोजगार लोगों को अपना साॅफ्ट टारगेट मानकर उनको शिकार बनाते हैं और यह कंपनियां किसी भी राष्ट्र में किसी प्रकार की डेवलपमेंट का काम नहीं करती अपितु बेरोजगारों में पुरुषार्थ हीनता बढ़ाकर उनको निकम्मा बनाने का काम करती है देश के लोगों में यह भाव डालती हैं कि आप बिना कुछ किए भी विलासिता पूर्ण जीवन जी सकते हैं।
Amway के ब्रांड व प्रोडक्ट- Amway सामान्य होम और पर्सनल केयर के प्रोडक्ट को बाजार में उपलब्ध अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट से भी 2 से लेकर 10 गुना तक अधिक महंगे दामों पर बेचती है जैसे एक सामान्य टूथपेस्ट जो बाजार में 35/- रुपये का मिलता है उसको 187 रुपये से अधिक का बेचती है विटामिन मिनरल्स इत्यादि की सामान्य टेबलेट आदि जो सामान्य तौर पर 1 रुपये की हैं उनको भी 20 रुपये तक की लुभावने सपने दिखाकर एमवे बेचने का काम करती है।
Amway कम्पनी पर उसकी मल्टी लेवल मार्केटिंग और पिरामिड स्कीम के माध्यम से आम जनता से धोखाधड़ी करने के आरोप लगते रहे है जिनमें से कुछ निम्न प्रकार है-
6 अगस्त, 2011 को, केरल पुलिस ने शिकायतों के बाद कोझीकोड, कन्नूर, कोच्चि, कोट्टायम, त्रिशूर, कोल्लम और तिरुवनंतपुरम में Amway के कार्यालयों को सील कर दिया। नवंबर 2012 में, केरल पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने मनी चेन गतिविधियों पर अपनी कार्रवाई के तहत कोझीकोड, त्रिशूर और कन्नूर में Amway के कार्यालयों की तलाशी ली और फर्म के गोदामों को बंद कर दिया। 21.4 मिलियन रुपये (उस समय लगभग 4,00,000 अमेरिकी डाॅलर) मूल्य के उत्पाद भी जब्त किए गए थे। बाद में, ।उूंल के एरिया मैनेजर, पीएम राजकुमार, जिन्हें तलाशी के बाद गिरफ्तार किया गया था, और 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।   -(साभार: हिन्दुस्तान टाइम्स, 29 सितम्बर, 2011)
      27 मई, 2013 को, केरल पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारियों ने कोझीकोड से कंपनी के दो अन्य निदेशकों के साथ Amway इंडिया एंटरप्राइजेज के प्रबंध निदेशक और सीईओ विलियम एस पिंकनी को गिरफ्तार किया। तीनों को पिरामिड स्कीम चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अगले दिन उन्हें जमानत दे दी गई और व्यापार अप्रभावित रहा। 8 जून, 2013 को कोझीकोड कोर्ट ने केरल में ।उूंल कार्यालयों पर लगी रोक हटा ली। 26 मई 2014 को आंध्र प्रदेश के एक उपभोक्ता शिकायत के आधार पर पुलिस ने Amway द्वारा पैसे के अनैतिक संचलन करने पर सीईओ विलियम एस पिंकनी को गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें कंपनी द्वारा वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों पर राज्य में उनके खिलाफ दर्ज अन्य आपराधिक मामलों में गिरफ्तार किया गया था। पिंकनी को जमानत पर रिहा होने तक दो महीने के लिए जेल में डाल दिया गया था। -(साभार: द इकोनामिक्स टाइम्स, 29 मई, 2013)
एमवे की करोड़ों की सम्पत्तियां जब्त : डायरेक्ट सेलिंग एमएलएम नेटवर्क की आड़ में धोखाधड़ी का लगाया आरोप- नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय ;म्क्द्ध ने अपनी मनी लांड्रिंग जांच के तहत देश की जानी-मानी मल्टी लेवल मार्केटिंग ;डस्डद्ध और डायरेक्ट सेलिंग ;सीधे बिक्री करने वालीद्ध कंपनी एमवे इंडिया की 757 करोड़ रूपये से अधिक की संपत्तियां जब्त कर ली हैं।
    प्रवर्तन निर्देशालकय ने 18 अप्रैल, 2022 को एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि कंपनी डायरेक्ट संलिंग एमएलएम नेटवर्क की आड़ में धेखाधड़ी कर रही थी। जांच एजेंसी का आरोप है, ‘कंपनी का पूरा ध्यान इस बात का प्रचार करने पर है कि लोग सदस्य बनकर किस तरह धनी बन सकते हैं। उत्पादों पर ध्यान ही नहीं है। उत्पादों का इस्तेमाल इस एमएलएम धेखाधड़ी को डायरेक्ट सेलिंग कंपनी के रूप में दिखाने के लिए किया जाता है।वहीं, एमवे के प्रवक्ता ने बताया कि बकाया मामलों के निष्पक्ष कानूनी और तार्किक निष्कर्ष की दिशा में पहुंचने के लिए वे अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं।

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