नशा मुक्ति : नशा मुक्ति रैली निकालक

नशा मुक्ति: नशा मुक्ति रैली निकालक मऊ (उत्तर प्रदेश)। पतंजलि युवा भारत जनपद मऊ द्वारा सदर तहसील के अंतर्गत ढाढाचवर गांव में चल रहे पांच दिवसयी निःशुल्क योग शिविर के पांचवें एवं अंतिम दिन युवा भारत राज्य प्रभारी एवं योगाचार्य बृजमोहन ने योगिक क्रियाओं के क्रम में योगिक-जोगिंग का अभ्यास कराया। इसके बाद सूर्य-नमस्कार का अभ्यास कराते हुए बताया कि जो व्यक्ति प्रतिदिन सूर्य-नमस्कार करते हैं उनकी आयु प्रज्ञा, बल और तेज में वृद्धि होती है। युवा भारत द्वारा गांव में नशा मुक्ति रैली निकालकर लोगों को नशा छोड़ने के…

नशा मुक्ति: नशा मुक्ति रैली निकालक

मऊ (उत्तर प्रदेश)। पतंजलि युवा भारत जनपद मऊ द्वारा सदर तहसील के अंतर्गत ढाढाचवर गांव में चल रहे पांच दिवसयी निःशुल्क योग शिविर के पांचवें एवं अंतिम दिन युवा भारत राज्य प्रभारी एवं योगाचार्य बृजमोहन ने योगिक क्रियाओं के क्रम में योगिक-जोगिंग का अभ्यास कराया। इसके बाद सूर्य-नमस्कार का अभ्यास कराते हुए बताया कि जो व्यक्ति प्रतिदिन सूर्य-नमस्कार करते हैं उनकी आयु प्रज्ञा, बल और तेज में वृद्धि होती है। युवा भारत द्वारा गांव में नशा मुक्ति रैली निकालकर लोगों को नशा छोड़ने के लिए अपील किया गया। लोक कल्याण सेवा न्यास के अध्यक्ष भाई आनन्द प्रताप जी ने गांव में पर्यावरण संवर्धन एवं संरक्षण के लिए 11 पौधे दान किए एवं गांव को हरा भरा बनाने के लिए 5001 वृक्ष लगाने का संकल्प लिया। योगाभ्यास से स्वस्थ गांव के लक्ष्य को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए युवा-भारत ग्राम समिति का निर्माण किया गया जिसमें भाई सुरेश जी को संरक्षक, मनोहर जी को ग्राम प्रभारी, उग्रसेन जी को सह-प्रभारी, संदीप जी को महामंत्री, अरुण जी को योग शिक्षक तथा महिलाओं तक भी योग पहुंचे इसके लिए बहन लक्ष्मी एवं बहन पूजा को महिला योग शिक्षिका की जिम्मेदारी जिला प्रभारी राजन एवं सदर तहसील प्रभारी भाई प्रकाश जी द्वारा योग संदेश पत्रिका देकर जिम्मेदारी दी गई। शिविर का समापन युवा भारत जिला प्रभारी राजन वैदिक ने यज्ञ-हवन के साथ किया गांव के उपस्थित योग साधक ने यज्ञ में आहुतियाँ प्रदान की। इस अवसर पर श्यामसुंदर, श्यामश्जी, रामनिवास, पृथ्वीराज, सूरज सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। -साभारः हिन्द भास्कर न्यूज’

Related Posts

Advertisement

Latest News

आयुर्वेद में वर्णित अजीर्ण का स्वरूप, कारण व भेद आयुर्वेद में वर्णित अजीर्ण का स्वरूप, कारण व भेद
स शनैर्हितमादद्यादहितं च शनैस्त्यजेत्।     हितकर पदार्थों को सात्म्य करने के लिए धीरे-धीरे उनका सेवन आरम्भ करना चाहिए तथा अहितकर पदार्थों...
अयोध्या में भगवान श्री रामजी की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव
ऐतिहासिक अवसर : भारतीय संन्यासी की मोम की प्रतिकृति बनेगी मैडम तुसाद की शोभा
पतंजलि योगपीठ में 75वें गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण कार्यक्रम
भारत में पहली बार पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन में कोविड के नये वैरिएंट आमीक्रोन JN-1 के स्पाइक प्रोटीन पर होगा अनुसंधान
आयुर्वेद अमृत
लिवर रोगों में गिलोय की उपयोगिता को अब यू.के. ने भी माना